खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए किसानों का एग्रीस्टैक पोर्टल पर पंजीयन अनिवार्य किया है। अब तक 21.47 लाख किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया, शेष किसान 31 अक्टूबर तक करा सकते हैं।
मोहन भागवत का यह संबोधन न केवल संघ के भविष्य की दिशा तय करता है, बल्कि वर्तमान राष्ट्रीय और वैश्विक परिदृश्य में भारत की भूमिका पर भी गंभीर विमर्श प्रस्तुत करता है। उनका फोकस केवल चुनौतियों को चिन्हित करने तक सीमित नहीं था, बल्कि उन्होंने समाधान की ओर भी स्पष्ट इशारा किया — “आत्मनिरीक्षण, आत्मनिर्भरता और सामाजिक समरसता।”
बलौदाबाजार जिले के सुहेला दुर्गोत्सव मेले में युवक गोपाल साहू की चाकू मारकर हत्या, पुलिस ने मामला दर्ज कर हमलावरों की तलाश शुरू की।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शताब्दी यात्रा रामजी के आदर्शों और मर्यादा पुरुषोत्तम के जीवन मूल्यों से प्रेरित संगठन की सौ वर्षीय ध्येयनिष्ठ और संघर्षशील यात्रा का प्रतीक है।
विश्व पर्यटन दिवस 2025 की थीम ‘पर्यटन और शांति’ पर विशेष आलेख। जानिए छत्तीसगढ़ के 11 प्रमुख पर्यटन स्थल – चित्रकोट जलप्रपात, सिरपुर, कांगेर घाटी, मैनपाट और अन्य जो प्राकृतिक सुंदरता, इतिहास व संस्कृति को दर्शाते हैं।
विश्व बाँस दिवस पर जानिए बाँस का महत्व—वेदों और लोक परंपराओं से लेकर आज के पर्यावरणीय और सांस्कृतिक संदर्भ तक, यह पौधा क्यों कहलाता है हरा सोना।
महर्षि वाल्मीकि जयंती केवल धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि मानव और प्रकृति के गहरे संबंध का प्रतीक है। रामायण में पर्यावरण संरक्षण और जैव विविधता का अद्भुत दर्शन मिलता है।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा गाज़ा संघर्ष को समाप्त करने के लिए प्रस्तावित योजना का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वागत किया है। यह योजना युद्धविराम, बंधकों की रिहाई, हमास की भूमिका खत्म करने और अंतरराष्ट्रीय देखरेख में गाज़ा के पुनर्निर्माण की बात करती है।
दुर्ग जिले के लिमतरा गाँव की रामलीला मंडली आज भी जीवित परंपरा का प्रतीक है। यहाँ चार पीढ़ियों के कलाकारों ने भगवान श्रीराम की भूमिका निभाई और सांस्कृतिक धरोहर को आगे बढ़ाया।
25 अगस्त 2003 का मुंबई ब्लास्ट भारत के इतिहास की कटु स्मृति है, जो अतीत की असावधानी और भविष्य की सावधानी का संदेश देता है।